जाको राखें साईंयां, मार सके न कोय जैसे चरितार्थ साबित हुआ है सारण जिले के एक गांव में, जहाँ जन्म लेते ही एक बच्ची को प्लास्टिक के बोरे में लपेट कर झाड़ी में फेंक दिया गया। इसके बावजूद नवजात बच्ची
जिंदा मिली। मामला जलालपुर प्रखंड के कोपा थाना क्षेत्र के अनवल गांव का है। कुछ लोग सुबह जब शौच के लिए गंडक नहर के समीप गए तो वहां मुन्ना नामक शख्स ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी। उन्होंने अन्य ग्रामीणों
को बुलाया और आवाज की दिशा में बढ़े। वहां झाड़ी में प्लास्टिक का एक बोरा फेंका हुआ था। आवाज उसी में से आ रही थी। जब उसे खोला गया तो उसमे से एक नवजात बच्ची मिली, जो एक कपड़े में लिपटी थी। उसे जन्म
के तुरन्त बाद बिना साफ़ किये ही फेंक दिया गया था। नवजात बच्ची को उसी गांव के रामजन्म सिंह ने स्थानीय चिकित्सक को दिखाया। बच्ची स्वस्थ है और उन्हीं के पास है।
16 नवंबर 2017सारण, बिहार (F)