ये सवाल सिर्फ हमें ही नही मथ रहा, बल्कि उन प्रत्यक्षदर्शियों के मन में भी ज़रूर उठा होगा, जिन्होंने एक बाइक सवार को उसे वहां रखते देखा होगा. घटना गुमला के एनएच 23 से सटे पालकोट के चौक टंगरा जंगल
की है, जहाँ से कल एक नवजात शिशु का शव बरामद किया गया है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बुधवार सुबह पालकोट थाना क्षेत्र के चौक टंगरा जंगल में खुखरी चुनने गए लोगों ने एक बाइक सवार को आते देखा. वह आया
और कपड़े के एक बैग (झोले) को एक झाड़ीनुमा पेड़ पर टांग कर तेजी से चला गया। कुछ देर बाद लोगों की निगाह उस बैग पर पड़ी तो उसे खोला गया। वहां मौजूद लोग बैग के अंदर काले रंग के पॉलीथिन में लिपटे एक
नवजात लड़के को देख कर दंग रह गए. बच्चा मृत था. ग्रामीणों की सूचना पर वहां पहुंची स्थानीय पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. पालकोट थाने के एएसआई प्रमोद कुमार ने बताया कि पॉलीथिन में दम
घुटने से भी बच्चे की मौत हो सकती है. हालांकि किसी ने भी न बच्चे की आवाज सुनी, न ही उसे हिलते डुलते देखा. मगर जिस तरह से बच्चे को वहां टांगा गया था, वह संदेहजनक है. हो सकता है कि बच्चे पर किसी की
नज़र पड़ जाए और वह उसे पाल ले, और जानवर उसे नुकसान न् पहुंचा सकें, इस मंशा से उसे वहां टांग दिया गया हो. मौत के कारण पर से तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पर्दा उठेगा. स्थानीय थाने ने पालोना को बताया
कि सफेद कपड़े में लपेटकर नदी किनारे ही बच्चे को दफना दिया गया है.
13 सितम्बर 2017 पालकोट (गुमला), झारखण्ड (M)