तीन माह की एक बच्ची, जो जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर सैनवाला की झाड़ियों में उस सुबह मिली थी, तब किसी को अंदाजा नहीं था कि उसके साथ इतनी खौफनाक हकीकत भी जुड़ी हुई है। बच्ची की मां की हत्या कर दी गई थी और उसे हत्यारे ने ही वहां झाड़ियों में फेंक दिया था। यह हत्यारा कोई अजनबी नहीं, बल्कि उसका पिता था।
जेजेबी से जुड़े एक सदस्य ने बताया ने पा-लो ना को बताया कि 22 फरवरी की सुबह नाहन से 10 किलोमीटर दूर सैनवाला में एक सेवानिवृत्त अधिकारी को एक बच्ची झाड़ियों में मिली थी। यह सूचना सिरमौर पुलिस तक भी पहुंची थी। उसी दिन हिमाचल प्रदेश से सटे हरियाणा के नारायणगढ़ के समीप कोजल माजरी गांव में सड़क किनारे एक महिला का शव मिला था। पुलिस इन दोनों मामलों को मिलाकर तफ्तीश करने लगी तो जल्द ही उसे पता चल गया कि वह महिला मेरठ की रहने वाली शशि है। इतना पता चलने के बाद पुलिस ऐटा निवासी अजय तक पहुंच गई, जिसके साथ शशि हरिद्वार में लीव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी। दिसंबर में उसने एक बच्ची को जन्म दिया था।
जनवरी में अजय के परिवारवालों ने उसकी शादी करवा दी। इधर शशि उस पर साथ रखने का दबाव बनाने लगी। इसी परेशानी में उसने 21 फरवरी की रात शशि की हत्या कर दी और बच्ची को सैनवाला की झाड़ियों में फेंक दिया। ये सारी सच्चाई अजय ने पुलिस हिरासत में खुद बताई। जानकारी के मुताबिक उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है, सुरक्षित है और फिलहाल सीसीआई में है। उम्मीद है कि जल्द ही उसे एक अच्छा परिवार मिल जाएगा। यही हम दुआ भी करते हैं।
इस घटना ने एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि बच्चों के फेंके हुए पाए जाने की सभी घटनाओं में मां दोषी नहीं होती है, जैसा कि मीडिया में अकसर लिखा जाता है और जैसा कि पुलिस व चाईल्ड एक्टिविस्ट्स समझते हैं। इस तरह के मामलों में मां व अन्य लोगों की संलिप्तता कितनी होती है, यह जानने के लिए इन घटनाओं पर एक विस्तृत रिसर्च आवश्यक है।
22 फरवरी 2018 नाहन, हिमाचल प्रदेश (F)