यह बच्चा पूरी तरह विकसित नजर आ रहा था और इसे भी इसी की तरह के अन्य शिशुओं की तरह नदी में फेंक दिया गया था। लेकिन इसकी तस्वीरें इसके साथ हुए बर्बर व्यवहार की गवाही दे रहीं थीं। घटना कोटा शहर के बीच से गुजरती मुख्य नहर में कोटड़ी के पास मंगलवार सुबह नौ बजे के आस-पास घटी। यह घटनास्थल गुमानपुरा थाना क्षेत्र में पड़ता है।
पत्रकार श्री ब्रजेश की सूचना पर टीम पा-लो ना ने श्री विवेक प्रजापति से बातचीत की, जिन्होंने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सुबह नौ बजे के करीब कुछ लोगों ने कोटड़ी नहर में एक नवजात शिशु के शव को देखा। लड़का नौ माह का पूरा विकसित बच्चा नजर आ रहा था। ऐसा लगता है कि शव को एक या दो दिन पहले नहर में फेंका गया होगा, जो पानी से फूल कर नहर की ऊपरी सतह पर आ गया था।
लोगों की सूचना पर गुमानपुरा थाना पुलिस और नगर निगम की टीम घटनास्थल पर पहुंची और बच्चे के शव को नहर से निकाला गया। पुलिस ने शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चेरी में रखवा दिया है और मामले की जांच में जुट गई है।
टीम पा-लो ना बच्चे की तस्वीरें देखकर आहत है। उसकी मृत देह इस बात की चुगली कर रही थी कि उसके साथ जरूर कुछ बहुत वहशियाना हुआ है। हम नन्हें बच्चों के साथ हो रही इस हैवानियत के खिलाफ हैं और इसे तुरंत प्रभाव से बंद करने की अपील करते हैं।
24 जुलाई 2018 कोटा, राजस्थान (M)