वह करीब छह माह की बच्ची थी और बैंच पर लेटी थी। उसके पास ही एक पॉलीथिन में उस के 3-4 कपड़े थे। बस यही उसकी कुल संपत्ति थी, जिसके साथ उसे बस के शेड में छोड़ दिया गया था। घटना शनिवार को पटना के गांधी मैदान के गेट नंबर 07 के नजदीक के बस शेड में घटी।
एक सीनियर पत्रकार की सूचना पर टीम पा-लो ना ने गांधी मैदान थाना क्षेत्र के इंस्पेक्टर श्री दीपक कुमार से संपर्क किया और पूरी घटना की जानकारी ली। श्री दीपक ही वह पुलिस ऑफिसर हैं, जिनके पास इस बच्ची की सूचना सबसे पहले पहुंची थी। उन्होंने बताया कि उस बच्ची को गेट नंबर सात के नजदीक स्थित बस शेड में एक बैंच पर कोई सुला कर चला गया था। किसने सुलाया, इसकी कोई जानकारी उनके पास नहीं है।
जब बहुत देर तक वह वहां अकेली पड़ी रही तो आस-पास मौजूद लोगों को आश्चर्य हुआ। पहले उन्होंने अपने स्तर पर बच्ची के परिजनों को ढूंढने का प्रयास किया। सबने एक दूसरे से पूछा कि कोई उस बच्ची को जानता है क्या। सबके इनकार करने के बाद किसी व्यक्ति ने इंस्पेक्टर दीपक को फोन कर दिया। कुछ ही देर में श्री दीपक घटनास्थल पर पहुंच गए और बच्ची अपनी सुरक्षा में ले लिया। वह करीब 06 माह की है।
बच्ची के संबंध में मीडिया और सोशल मीडिया में जानकारी शेयर करते हुए बच्ची के परिजनों से अपील की गई है। फिलहाल बच्ची शिशु गृह में है। इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है।
टीम पा-लो ना ये समझने में असमर्थ है कि छह माह की लंबी अवधि तक साथ रहने के बावजूद ऐसा कौन सा कारण रहा होगा, जिसने इस बच्ची को परिजनों को उसे त्यागने को मजबूर कर दिया होगा। इस कृत्य की कोई माफी नहीं हो सकती है। ये जानना भी महत्वपूर्ण है कि बच्ची को किसने वहां छोड़ा था। कहीं ऐसा तो नहीं कि उसे कहीं और से किडनैप करके लाया गया हो, और वहां लाकर छोड़ दिया गया हो। बहरहाल, टीम बच्ची के सुखद और सुरक्षित भविष्य की कामना करती है।
09 जून 2018 पटना, बिहार (F)