उसका कोई कसूर नहीं था। वह तो बस मम्मी-पापा के बीच हुए झगड़े में बलि चढ़ा दी गई। पिता को इतना गुस्सा आया कि जमीन पर पटक-पटक कर उसके प्राण ले लिए। घटना नालंदा जिले के हिलसा थाना इलाके के मनसा बिगहा गांव में शनिवार को घटी।
स्थानीय पत्रकार श्री ऋषिकेश ने बताया कि 09 माह की अबोध बच्ची का पिता लल्लू विंद उसकी मां रेशमी देवी के साथ मार-पिटाई कर रहा था। वह उसे 13 हजार रुपये अपने मायके से लाने का दबाव बना रहा था। आरोप है कि उसने रेशमी पर पिस्तौल भी तान दी। इस दौरान घर में मौजूद अन्य सदस्यों ने कोई बीच-बचाव नहीं किया। लल्लू विंद को इतना ज्यादा गुस्सा आ रहा था कि पत्नी के साथ-साथ वह मासूम बच्ची को भी जमीन पर पटकने लगा। इसी दौरान किसी तरह जान छुड़ाकर रेशमी देवी वहां से भाग गई और अपने मायके चली गई।
शनिवार दोपहर में किसी समय उसे बच्ची की मौत की सूचना मिली तो वह अपने मायके वालों के साथ ससुराल लौटी। तब तक उसका पति बच्ची को कहीं दफना चुका था और अपने घर-वालों समेत फरार हो गया था। आस-पड़ौस वालों ने उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी और वह जगह भी दिखाई, जहां बच्ची को दफनाया गया था। पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में बच्ची के शव को बाहर निकाला गया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
उधर, थाना प्रभारी के मुताबिक, पति-पत्नी के बीच किसी विवाद की वजह से पत्नी अपने मायके चली गई थी। होली के कारण किसी ने बच्ची पर ध्यान नहीं दिया और वह छत से गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई। अगर रेशमी देवी कोई केस दर्ज करवाती हैं तो मामले की जांच-पड़ताल की जाएगी।
मौत का कारण क्या रहा, ये तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही खुलासा हो पाएगा। श्री रिषिकेश के मुताबिक, ये पिता द्वारा बेटी की हत्या का मामला है और इसकी गवाही आस-पास के लोग भी दे रहे हैं। ये घटना न सिर्फ चिंताजनक है, बल्कि कई गंभीर सवाल भी खड़े करती है-
हमारे देश में क्या बच्चों का जीवन इतना सस्ता है कि उन्हें पटक-पटक कर मौत के घाट उतार दिया जाए।
बिना कोई कसूर के उन्हें किस बात की सजा मिलती है।
अपने बच्चे को इतनी दर्दनाक मौत देने वाले को कब सजा मिलेगी और क्या वह सजा उस नन्हे जीवन की भरपाई कर पाएगी
बच्चों को उनके घरों में ही कैसे सुरक्षा पहुंचाई जाए
अगर माता-पिता ही बच्चों को मारने पर उतारूं हो तो फिर उनकी रक्षा कौन करेगा
क्या अपने ही बच्चों के हत्यारे माता-पिता के लिए कानून में बदलाव लाकर उसे सख्त बनाने का समय आ गया है।
03 मार्च 2018 नालंदा, बिहार (F)