शौहर के शेविंग ब्लेड से काट डाला मासूम बच्ची का गला
पति-पत्नी हर विषय पर खुलकर बात करें : पालोना
06 July 2024, Ahmedabad, Gujarat
Team PaaLoNaa
गुजरात के अहमदाबाद में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 26 वर्षीय युवती, रिजवाना वडनगरवाला, ने अपनी 10 महीने की बच्ची फातिमा की बेरहमी से हत्या कर दी।
बेटी को मानती थी दूसरे निकाह में बाधक
लखनऊ निवासी खुशबू वत्स ने पालोना से एक खबर शेयर की थी। इसके मुताबिक, 6 जुलाई को, अहमदाबाद के अस्तोडिया इलाके में, रिजवाना ने अपनी बच्ची फातिमा का गला ब्लेड से रेत दिया। रिजवाना अपने पति से खुश नहीं थी और तलाक लेना चाहती थी। वह दूसरा निकाह करना चाहती थी। उसे लगता था कि फातिमा उसकी दूसरी शादी में बाधा बन रही है।
पुलिस की कार्रवाई
बच्ची के रोने की आवाज सुनकर परिजन दौड़े और उसे खून से लथपथ पाया। आमीन की मां सायराबानो ने आमीन को फोन कर फातिमा के गले से खून बहने की जानकारी दी। इस दौरान पड़ोसी और रिजवाना उसे एलिसब्रिज के वीएस अस्पताल लेकर आए।
डॉक्टरों ने बताया कि फातिमा के गले पर ब्लेड से गहरा घाव हुआ है। उन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया। आमीन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने रिजवाना को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पारिवारिक विवाद का कारण
आमीन वडनगरवाला ने पुलिस को बताया कि रिजवाना उससे तलाक लेकर दूसरी शादी करना चाहती थी। वह बच्ची फातिमा को अपनी दूसरी शादी में बाधा मान रही थी। आमीन और रिजवाना ने 2022 में शादी की थी और पिछले साल फातिमा का जन्म हुआ था।
एक्सपर्ट की सलाह लें पति-पत्नी : पालोना
1. पति-पत्नी को खुलकर बात करनी चाहिए ताकि समस्याओं का समाधान मिल सके। पेशेवर काउंसलर से मदद लेना भी एक अच्छा विकल्प है।
2. मानसिक समस्याओं के लिए मनोचिकित्सक (Psychiatrist) से सलाह लें। उचित उपचार से गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है।
3. तलाक के मामलों में बच्ची की कस्टडी पर स्पष्ट निर्णय लें। कानूनी सलाह से उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें।
4. अगर कोई परिवार बच्ची की कस्टडी नहीं ले सकता, तो इसे बाल कल्याण समिति (CWC) को सौंपें। CWC बच्चे की सुरक्षा और देखभाल सुनिश्चित करती है।
इन कदमों से परिवारिर समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है, वहीं नवजात बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सकती है।
निष्कर्ष
यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि समाज में किस प्रकार की मानसिकता और परिस्थितियाँ लोगों को ऐसी खौफनाक हरकतें करने पर मजबूर कर सकती हैं।
हमें मिलकर बच्चों की सुरक्षा के लिए काम करना होगा। अगर आप या आपका कोई परिचित ऐसी किसी परिस्थिति से गुजर रहा है, तो कृपया मदद लेने से न हिचकिचाएं। कोई समस्या होने पर पालोना से भी 9798454321 पर संपर्क किया जा सकता है।
For more information and continuous updates, visit PaaLoNaa & www.paalonaa.in and follow their updates on social media.
This report is part of PaaLoNaa’s ongoing efforts to prevent infanticide and unsafe abandonment of newborns in India.