Bureau of police research and development (BPR&D) दिल्ली व CID Jharkhand के संयुक्त तत्वावधान में महिला सुरक्षा पर पांच दिवसीय ट्रेनिंग सेशन आयोजित किया गया।
20 अगस्त 2019 से आईटीएस रांची में शुरू इस वर्कशॉप में पालोना की ओर से शिशु हत्या (Infanticide) व परित्याग (Abandonment) पर ट्रेनिंग दी गई। इन दोनों अपराधों के विभिन्न पक्षों, झारखंड में इसकी स्थिति, भारत में इस पर हुई रिसर्च और पुलिस की भूमिका पर चर्चा की गई।
इस मौके पर पुलिस अधिकारियों से भी काफी फीडबैक मिला, जो पालोना की रिसर्च को और भी अधिक पुष्ट करेगा। उन्होंने अपने अनुभव, जांच के दौरान आने वाली परेशानियों को भी जाहिर किया।
पालोना प्रयास करेगा कि निर्दोष, मासूम नवजात शिशुओं को न्याय दिलाने, उन्हें बचाने वाले इन जांचकर्ता अधिकारियों की तकलीफों को भी कम किया जा सके।
स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसिज्योर (SOP) के निर्माण के दौरान उनके रास्ते में आने वाली अड़चनों और उनके समाधान को भी ध्यान में रखा जाएगा।
ट्रेनिंग सेशन में विभिन्न जिलों से आए इंस्पेक्टर्स और सब इंस्पेक्टर्स को पालोना की ओर से फाउंडर आर्य मोनिका ने ट्रेनिंग दी। इस दौरान टीम पालोना से अमित सिंह भी उनके साथ मौजूद रहे।