वह सड़क के किनारे एक झाड़ी में रो रही थी, जब एक टीचर की नजर उस पर पड़ी। शिक्षिका ने उसे वहां से उठाया, उसे हॉस्पिटल भी लेकर गई, उसे मेडिकल स्टाफ के सुपुर्द किया और वहां से चली गई, मगर तब
तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। घटना गुमला के भरनो प्रखंड के दुडिया एवं दतिया गांव के बीच रास्ते की है। बृहस्पतिवार 30 नवंबर को एक पारा शिक्षक जब दुडिया-दतिया गांव के रास्ते से गुजर रही थीं, तो उन्होंने सड़क
किनारे एक झाड़ी में से एक नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनी। जब उन्हें बच्चे के आस-पास कोई नजर नहीं आया तो उन्होंने उस बच्ची को वहां से उठा लिया और उसे सिसई रेफरल अस्पताल पहुंचाकर वह शिक्षिका वहां
से चली गयी। परंतु अस्पताल में चिकित्सको ने नवजात शिशु को मृत घोषित कर दिया । अस्पतालवालों ने घटना की सूचना भरनो पुलिस को दी। तब थानेदार धर्मपाल कुमार सिसई रेफरल अस्पताल पहुंचे और मामले की
जाँच पड़ताल शुरू की। थाना प्रभारी धर्मपाल कुमार ने बताया कि नवजात शिशु को जन्म देने वाले माँ बाप का पता नहीं चला है।
30 नवंबर 2017गुमला, झारखंड (F)