उस नवजात शिशु को एक सुअर अपने मुंह में लेकर आया था। शरीर का अधिकांश हिस्सा वह खा चुका था। केवल एक हाथ ही बाकी था। उस शिशु का सिर भी नहीं था। घटना 09 मार्च की सुबह झारखंड की राजधानी रांची में घटी थी।
पा-लो ना को मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी रांची के कांके रोड पेट्रोल पंप के सामने हातमा बस्ती है, जिसका एक सिरा मोराबादी से मिलता है। यहीं सरना टोली तालाब के निकट मैदान में मौजूद लोग उस दिन वह खौफनाक मंजर देखकर दहल गए। एक सुअर न जाने कहां से एक नवजात शिशु का शव अपने मुंह में लेकर उस इलाके में आ गया था। कुछ ही देर में वहां भारी संख्या में आस पास के लोग एकत्रित हो गए।
पा-लो ना को इस घटना की सूचना 09 मार्च की सुबह ही मिल गई थी, लेकिन कोई भी व्यक्ति इसकी पुष्टि करने के लिए तैयार नहीं था। अंततः 05 अप्रैल को एक प्रत्यक्षदर्शी लड़के को हम ढूंढने में कामयाब रहे, जिसने न सिर्फ घटना की पुष्टि की, वरन उस घटना का पूरा विवरण भी उपलब्ध करवाया। उसके अलावा वहां रहने वाले एक धोबी के परिवार ने भी घटना के संबंध में काफी जानकारी दी।
इसके मुताबिक, सुअर के मुंह में उस नवजात शिशु पर जैसे ही लोगों की नज़र पड़ी, उन्होंने किसी तरह बच्चे को सुअर के मुंह से छुड़ाया और सुअर को वहां से भगा दिया। इसके बाद उस बच्चे के अवशेष को वहीं सरना टोली तालाब के पास दफना दिया गया।
इस पूरी घटना का दुखद पहलू ये है कि एक बच्चे के अस्तित्व को प्रत्यक्षदर्शियों के अलावा कोई स्वीकार नहीं कर रहा। वह मृत पैदा हुआ था या उसकी हत्या की गई, यह पता करना बेहद मुश्किल काम है। वजह ये है कि डर के मारे कोई सामने नहीं आना चाहता और पुलिस को इस घटना की जानकारी कितनी है, कहना मुश्किल है।
09 मार्च 2018 राँची, झारखंड (U)