उसे गत्ते के एक डिब्बे में पैक किया और फिर सुनसान झाड़ियों में ले जाकर फेंक दिया। महज कुछ घण्टों की ज़िंदगी वहां एक डिब्बे में पैक पड़ी है, किसी को इसका पता भी नही चलता, यदि वहां से गुजर रहे उस
युवक ने बच्ची का रोना न सुना होता. घटना उड़ीसा स्थित बड़बिल (क्योंझर) की है, जहाँ झाड़ियों से शुक्रवार रात डिब्बे में एक नवजात बच्ची लावारिस अवस्था में मिली. प्राप्त सूचना अनुसार शुक्रवार रात करीब 8.30
बजे जोड़ा नगरपालिका के वार्ड संख्या-4 के झुपड़ी हाटिंग स्थित सोना नदी किनारे एक मासूम को जन्म के कुछ घंटों के बाद ही फेंक दिया गया. झाड़ियों से बच्ची के रोने की आवाज़ सुन एक स्थानीय युवक ने मौके पर पहुंचकर
जब नन्ही मासूम को वहां देखा तो लोगों को इकठ्ठा कर लिया. लोगों ने फ़ौरन ही नवजात के मिलने की सूचना स्थानीय पुलिस को दी. फिलहाल नवजात को प्राथमिक इलाज के लिए जोड़ा स्थित टाटा स्टील के अस्पताल में
भर्ती किया गया है. स्थानीय लोगों ने जिस प्रकार मानव धर्म का पालन करते हुए उस मासूम की जान बचाई यह हमारे समाज के लिए एक ज्वलंत उदहारण है. टीम पा-लोना बड़बिल के स्थानीय निवासियों के प्रति कृतज्ञ है.
22 सितम्बर 2017 क्योंझर, उड़ीसा (F)