इस नवजात लड़के को जन्म के एक-दो घंटे के अंदर ही एक तौलिये में लपेटा और झाड़ियों में छोड़ दिया गया। इस बात की राहत है कि बच्चे को वहां छोड़ते समय इस बात का ध्यान रखा गया कि उसे कोई चोट न लगे। घटना गोपालगंज के बरौली थाना के रतन सराय गांव में शुक्रवार शाम करीब पांच से छह के बीच घटी।
पत्रकार श्री संजय अभय ने पा-लो ना को जानकारी दी। इसके मुताबिक, बरौली थाना के रतन सराय गांव के नवरंगा की झाड़ियों में से शाम के समय नवजात बच्चे के रोने की आवाज सुनकर जल्द ही वहां ग्रामीणों भीड़ जुट गई। गांव की ही गुलाबी देवी बच्चे को उठाकर अपने घर ले गयीं और उसकी देखभाल शुरू कर दी।
इस बीच, बारौली थाना प्रभारी राजीव नन्दन को सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस ने बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट करवाया। वहां मौजूद नर्स सीमा ने बच्चे को तुरंत प्राथमिक उपचार देने के साथ ही बीसीजी का इंजेक्शन भी लगा दिया। बच्चे का वजन 1.9 किलोग्राम है। वह पूरी तरह स्वस्थ है। बच्चे के शरीर पर कोई घाव या चोट के निशान नहीं मिले। उसकी नाल भी कटी हुई थी, इससे ंअंदाजा लगाया जा रहा है कि बच्चे का जन्म किसी अस्पताल में हुआ होगा।
बच्चे को वहां छोड़ने में पूरी सावधानी बरती गई थी और उसे छोड़े हुए ज्यादा देर भी नहीं हुई थी कि किसी की निगाह उस पर पड़ गई और उसे बचा लिया गया। फिलहाल वह शिशु अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी त्रिभुवन सिंह की देखरेख में।
पा-लो ना ने बच्चे के सभी मेडिकल टेस्ट करवाने की अपील की है। अक्सर इन हालात में मिलने वाले बच्चों की इंटरनल इन्ज्युरी या इन्फेक्शन का पता ऊपर से देखने से नहीं चलता है। उसके लिए गहन जांच जरूरी होती है।
02 नवंबर 2018 गोपालगंज, बिहार (M)