बेटे के पहले जन्मदिन से ठीक पहले पिता ने ये क्या कर दिया
पत्नी से हुआ था विवाद
08 MARCH 2023, WEDNESDAY, SONITPUR (GOHPUR), ASSAM
वह मासूम बच्चा एक साल का होने वाला था। पहले जन्मदिन को लेकर उस घर में उत्सव का माहौल होना चाहिए था, लेकिन एक पिता की नासमझी और क्रोध का शिकार हो गया उसका अपना बेटा। शॉपिंग के बहाने लेकर निकले अपने नवजात बेटे की हत्या का आरोप उसी के पिता पर लगा है। पिता ने अपना अपराध कबूल कर लिया है।
कब, कहां, कैसे
पालोना को इस घटना की जानकारी तेजपुर के चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट श्री हर्षज्योति फुकन से मिली। उन्होंने एक न्यूज लिंक चाइल्ड प्रोटेक्शन इंडिया के ग्रुप मे शेयर किया था। इस खबर के मुताबिक, असम के सोनितपुर जिले के गोहपुर इलाके में एक पिता सचिन बरदलै को अपने नवजात बेटे की हत्या के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। पहले यह इलाका बिश्वनाथ जिले में पड़ता था।
इससे पूर्व, सचिन बुधवार शाम को अपने बेटे को लेकर शॉपिंग के लिए निकला था।लेकिन फिर वापिस नहीं लौटा। अगले दिन यानी गुरुवार को बच्चे का शव पास के धान के खेत में मिला था। लेकिन सचिन का उस वक्त भी कुछ पता नहीं चला। शव के पास ही एक साइकिल और शॉपिंग बैग भी मिला था।
शुक्रवार तड़के तीन बजे के आसपास सचिन अपने घर वापिस लौटा। स्थानीय मीडिया के अनुसार, उस वक्त उसके हाथ में धारदार हथियार था। उसने लुटेरों द्वारा हमले की कहानी बनाई, लेकिन उसकी पत्नी ने कहानी पर भरोसा नहीं किया। सचिन आक्रामक होने लगा। तभी वहां पहुंची पुलिस ने सचिन को गिरफ्तार कर लिया।
PICTURE COURTESY- NORTH EAST LIVE
क्या लिखता है स्थानीय मीडिया
Guwahati: In a big development the father who was accused of killing his one-year-old child in Gohpur, has finally confessed his crime to the police.
The shocking incident came to the fore on Thursday after the body of the one-year-old was found in Assam’s Gohpur. It was later revealed that the child would have been celebrating its first birthday; however, his life was cut short.
असम के सोनितपुर जिले में शुक्रवार को एक व्यक्ति को अपने एक साल के बच्चे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया। आरोपी व्यक्ति की पत्नी द्वारा दर्ज शिकायत के बाद गिरफ्तारी की गई। बताया जा रहा है कि आरोपी की पहचान गोहपुर के सचिन बोरदोलोई के रूप में हुई है। आरोपी गुरुवार को बच्ची को लेकर घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। बाद में बच्चे का शव धान के खेत में मिला। बोरदोलोई के अपराध में शामिल होने पर संदेह पैदा हुआ, क्योंकि वह घटना के बाद से लापता था।
क्या कहते हैं एक्टिविस्ट
तेजपुर के चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट श्री हर्षज्योति फुकन कहते हैं कि इस तरह के मामलों में कानून सम्मत एक्शन जरूर लिया जाना चाहिए।
बेटे की हत्या किसी समस्या का समाधान नहीं : पालोना
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स से पालोना को मालूम चला है कि सचिन बरदलै ने ये कदम अपनी पत्नी से किसी नाराजगी की वजह से उठाया है। लेकिन नवजात बेटे की हत्या किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकती। न ही पति पत्नी के बीच हुए झगड़े में मासूमों को निशाना बनाया जाना चाहिए।
इस घटना में कानून तो अपना काम करेगा। निर्दोष बेटे की हत्या करने वाले पिता को कड़ी सजा मिलनी ही चाहिए। लेकिन ये भी रिसर्च का विषय है कि क्या मां की तरह POSTPARTUM DEPRESSION से ग्रस्त पिता भी अपने नवजात शिशु के लिए घातक हो सकता है। विदेशों में इस तरह की स्टडीज सामान्य है, लेकिन हमारे देश में MENTAL HEALTH पर बहुत ज्यादा न बात होती है, न काम। यही कारण है कि पोस्टपार्टम डिप्रेशन जैसी बीमारियां लोगों को होती तो हैं, लेकिन उन पर कोई स्टडी भारत में नजर नहीं आती।
जिस तरह से देश में माता-पिता द्वारा शिशु हत्या (PARENTAL INFANTICIDE) की घटनाएं बढ़ रही हैं, वहां ये स्टडीज बहुत महत्वपूर्ण हो जाती हैं।
https://paalonaa.in/crime-news-father-killed-his-baby-boy-in-gumla-3720-2/