बांस की कोठी में एक कपड़े में लिपटा वह वहां पड़ा रो रहा था, जब लोगों की निगाह उस पर पड़ी और उसे वहां से उन्होंने उठा लिया।
घटना सोमवार तड़के सुबह उचकागांव प्रखंड के मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव बदरजीमी, वार्ड संख्या 16 में घटी। स्थानीय पत्रकार श्री संजय अभय
ने बताया कि अहले सुबह बच्चे को कोई वहां रख गया था। ग्रामीण जब शौच के लिए निकले तो बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। लोगों ने
वहां जाकर देखा तो एक कपड़े में लिपटा वह ठंड से कांप रहा था। गांव के ही गरजू मांझी की पत्नी गिरिजा देवी ने उसे वहां से उठा लिया।
उन्हें पहले से तीन बेटियां हैं। वे लड़के के मिलने को वरदान समझ रहे हैं, जबकि कानून की दृष्टि में यह गलत है। बच्चे को प्राथमिक उपचार
के बाद सीवान रेफर कर दिया गया है।
18 दिसंबर 2017गोपालगंज, बिहार (M)