उसे काले रंग के एक पॉलिथिन में लपेटकर नाले में फेंक दिया गया। लेकिन जिसने ऐसा किया, उसे नहीं मालूम था कि कोई उसे देख रहा है। घटना सुबह पांच-साढ़े पांच बजे के आसपास नवादा नगर थाना क्षेत्र के प्रसादविगहा के केनरा बैंक के निकट बैरगनिया पैन में घटी।
स्थानीय पत्रकार श्री राज ने पा-लो ना को सूचना दी कि शुक्रवार की सुबह नाले से बच्ची का शव मिलने के बाद जब उस ऐरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो 05.53 पर एक महिला सीसीटीवी में एक काले रंग का पॉलिथिन ले जाते हुए नजर आई। कुछ देर बाद वहीं से एक नवजात बच्ची का शव मिला, जिस पर वहां हंगामा हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सीसीटीवी कैमरे में कैद महिला को देखने से लगता है कि वह किसी नर्सिंग होम से बच्ची को लेकर आई और नाले में फेंक कर निकल गई। अब तक महिला की पहचान नहीं हुई है। मोहल्लावासियों का कहना यह है कि इस गली में नर्सिंग होम चलता है। हो सकता है कि यह वहीं का हो। चहल-पहल वाले इलाके में सुबह के समय इस कार्य को अंजाम देने वाली महिला की हिम्मत की ही दाद देनी होगी। इस कदर की हिम्मत देने वाली महिला जो दिनदहाड़े एक बच्ची को फेंक कर निकल जाती है। बहरहाल, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पा-लो ना टीम ने जब नगर थाना पुलिस से इस विषय में बात की तो उनका कहना था कि बच्ची का जन्म से पूर्व हुआ था, इसलिए मौत हो गई होगी, जिसके बाद उसे फेंक दिया। उन्होंने यूडी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पा-लो ना को उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद वह केस के संबंध में कुछ बता सकेंगे। ये आश्चर्य की बात है कि करीब दस दिन बीत जाने के बावजूद और आरोपी के सीसीटीवी में कैद हो जाने पर भी पुलिस उस महिला को अब तक ढूंढ नहीं पाई है।
टीम ने उन्हें बताया कि देश में भ्रूण हत्या के मामले कम और शिशु हत्या के ज्यादा हो रहे हैं। देश के कई राज्यों में शिशु शव मिलने पर उपयुक्त धाराओं में केस दर्ज किए जाते हैं, लेकिन बिहार-झारखंड में ऐसा नहीं होता। टीम ऩे उनसे शिशु शव मिलने पर धारा 318 के तहत मामला दर्ज करने की अपील की।
10 अगस्त 2018 नवादा, बिहार (F)