हनुमान जी के चरणों में माता की चुनरी ओढ़े मिली दो दिन की बिटिया
ये सुरक्षित परित्याग है, सुरक्षित और असुरक्षित हो कानून में परिभाषित – पालोना
19 October 2023, Panipat, Haryana
Shinescript / Srishti
पानीपत, हरयाणा से सनातन धर्म मंदिर से एक नवजात बच्ची के मिलने का मामला सामने आया है। दो दिन पहले ही जन्मी ये बच्ची के माथे पर सिन्दूर का तिलक लगा था और माता की चुनरी ओढ़ाई हुई थी। छानबीन करने पर पता चला कि एक महिला ई-रिक्शा से आई थी और इस छोटी सी बालिका को हनुमान जी के चरणों में छोड़ कर चली गई। स्थानीय महिला ने बच्ची के रोने की आवाज़ सुन कर उसे उठाया और मंदिर प्रधान को सूचना दी।
कब कहाँ कैसे
प्राप्त जानकारी के हिसाब से 19 अक्टूबर 2023 की रात पानीपत शहर के मॉडल टाउन इलाके के सनातन धर्म मंदिर में एक नवजात बच्ची हनुमान जी के मंदिर से मिली। इस बच्ची को गर्म कपड़े पहनाये हुए थे और माथे पर सिन्दूर का लाल टीका और माता की लाल चुनरी रखी हुई थी। पूजन करने आई एक स्थानीय महिला ज्योत्स्ना को बच्ची के रोने की आवाज़ सुनाई पड़ी। देखने पर ये छोटी सी बिटिया दिखाई दी तो उसने तुरंत ही मंदिर के प्रधान तरुण गाँधी को सूचना दी। सूचना मिलते ही मंदिर प्रधान वहां पहुंचे और बच्ची दूध पिलाया। मामले की सूचना मंदिर प्रधान ने तुरंत ही पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही मॉडल टाउन थाना क्षेत्र की पुलिस मंदिर पहुंची और बच्ची को सुरक्षित नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया।
इस घटना की जानकारी पालोना को रेवाड़ी मीडिया के विनीत राज जी से मिली है।
सीसीटीवी फुटेज में मिली ई-रिक्शा की तस्वीर
मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस छानबीन में लग गई और आसपास के कई सी सी टीवी सीसीटीवी खंगाले गए। मंदिर के सीसीटीवी से मिली ई-रिक्शा की फुटेज जिसमे एक अज्ञात महिला बच्ची को गोदी में ली हुई दिखी। फुटेज के अनुसार महिला मंदिर में अंदर जाते तो दिखी पर बाहर आते नहीं दिखी। पुलिस ई-रिक्शा और उस महिला की खोजबीन में लग गई है।
क्या कहती है स्थानीय पुलिस
इस मामले की जानकारी देते हुए स्थानीय पुलिस ने बताया कि इस घटना की जानकारी उन्हें मंदिर प्रधान से मिली। मंदिर प्रधान उस समय मंदिर में हो रही राम लीला में सेवा में लगे थे। पुलिस ने बच्ची को सिविल अस्पताल में भर्ती किया है और बच्ची की स्थिति अच्छी बताई जा रही। इस घटना की सूचना बाल कल्याण समिति को भी दे दी गई है। पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
क्या कहता है स्थानीय मीडिया
मीडिया का कहना है की पानीपत में एक महीने में ये दूसरी ऐसी घटना सामने आई है। कुछ दिन पहले ही अस्पताल के बाथरूम में एक महिला अपने नवजात शिशु को छोड़ गई थी। अभी उसकी छानबीन चल ही रही थी तब तक ये दूसरी घटना का पता चला है। मंदिर में पाई गई ये बच्ची 2 किलो 100 ग्राम की बताई जा रही है और स्वस्थ है। इसकी सूचना चाइल्ड प्रोटेक्शन अधिकारी को दे दी गई है। इस मामले में पुलिस धारा 317 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
पालोना की अपील
- पालोना का मानना है कि ये सुरक्षित समर्पण है और छोड़ने वाले की मंशा बच्ची को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने की थी।
- पालोना की अपील सरकार से है कि सुरक्षित और असुरक्षित समर्पण के बीच विभाजनकारी रेखा खींचे।
- मौजूदा कानून के हिसाब से ये आईपीसी 317 के तहत अपराध है, जबकि ऐसा एसा होना नहीं चाहिए।
- इस मामले की गहराई से छानबीन जरूरी है जिससे ये पता चल जाये कि कहीं ये बच्ची परिवार को परेशान करने के लिए तो नहीं गायब की गई है। पुलिस को बच्ची के की मिसिंग रिपोर्ट की भी छानबीन करनी चाहिए।
- सुरक्षित समर्पण के बारे में सरकार को जन जागरूकता बढ़ानी चाहिए और सुरक्षित समर्पण के लिए लोग बाल कल्याण समिति को संपर्क कर सकते हैं और गोपनीय रूप से अपना बच्चा सरकार को सौंप सकते हैं।
- लोगों को बताना चाहिए कि यदि वो अपना बच्चा किसी सुरक्षित स्थान जैसे पालने या अस्पताल के बेड पर छोड़ेंगे तो उनका बच्चा सुरक्षित भी रहेगा और स्वस्थ भी।
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