पत्नी पर घर चलने के लिए बना रहा था दबाव
चार महीने पहले ही हुआ था बेटे का जन्म
10 सितंबर 2022, शनिवार, भोपाल, मध्य प्रदेश
नशे की लत ने भोपाल में एक हंसते खेलते परिवार को तबाह कर दिया। जिस घर में चार महीने पहले बेटे के होने के सोहर गाए जा रहे थे, अब वहां मातम पसरा है। हो भी क्यों न, जिस पिता को अपने लाडले को बांहों के झूले में झुलाना चाहिए था, उसी पिता ने नशे की हालत में अपने दुधमुंहे बच्चे की हत्या कर दी। पुलिस ने पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
यहां घटी घटना
पालोना को इस घटना की जानकारी दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार श्री दिवाकर वत्स से मिली। उनसे मिली जानकारी व स्थानीय मीडिया में छपी खबरों के अनुसार, पूरा मामला भोपाल के गांधीनगर थाना क्षेत्र स्थित बीडीए क्वार्टर का है। यहां शनिवार शाम लगभग साढ़े छह बजे एक पिता ने अपने दुधमुंहे बेटे को दीवार पर पटकर मार डाला।
2015 में हुई थी शादी, चार माह पहले बेटे का जन्म
गोंदलमऊ की रहने वाली संगीता वर्मा की शादी 2015 में गांव बरेली खिलचीपुर जिला राजगढ़ के रहने वाले संजय उर्फ संजू वर्मा से हुई थी। संजू वर्मा की उम्र करीब 30 साल है।
संगीता रक्षाबंधन के अवसर पर अपने दोनों बच्चों के साथ भोपाल स्थित मायके आई थी। 8 सितंबर को संजू उसे लेने अपने ससुराल आया था। तब से वह यहीं पर था। तीन दिन हो चुके थे। शनिवार को वह पत्नी और दोनों बच्चों को साथ लेकर जाने वाला था। इसी बीच, वह कुछ सामान लेने के लिए मार्केट गया और शराब पीकर लौटा। इसके बाद पत्नी को जल्दी चलने को कहने लगा। उस वक्त शाम के 6 बज रहे थे।
क्या पत्नी का इनकार ही बन गया आर्यन के लिए काल
एक तो रात का वक्त और ऊपर से नशे की हालत, संगीता ने उस समय जाने से इनकार कर दिया। उसने संजू को समझाने की कोशिश भी कि अगले दिन नशा उतरने पर चले जाएंगे। लेकिन संजू पर नशा और गुस्सा हावी था। इसी पर दोनों के बीच विवाद बढ़ता गया। अंततः संजू ने पत्नी की गोद से दुधमुंहे बच्चे को छीनकर दीवार पर उठाकर मार दिया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने आर्यन का गला भी घोंटा। इसके बाद वहां से भाग गया। अमर उजाला की खबर के मुताबिक, घटना के समय आर्यन का बड़ा भाई भी मां के पास ही था।
बच्चे के मामा देवी सिंह और मां संगीता उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने आर्यन को मृत घोषित कर दिया।
इसी घर में बच्चे का हुआ था जन्म
गांधी नगर थाना पुलिस को मामा देवीसिंह ने ये भी बताया कि संजू प्राइवेट जॉब करता है। जिस कमरे में उसने भांजे आर्यन को मारा, उसी कमरे में 4 महीने पहले ही उसका जन्म हुआ था। बेटे के जन्म के बाद बहन ससुराल रहने चली गई थी। रक्षाबंधन का त्यौहार मनाने के लिए संगीता अपने दुधमुंहे को लेकर मायके आई थी।
फोन पर आर्यन के बारे में पूछा था
मामा देवी सिंह ने बताया कि रात करीब 12 बजे संजू ने बच्चे के बारे में पूछने के लिए फोन किया था। उसे बताया गया कि आर्यन अस्पताल में है। ऐसा लगता है कि उस समय तक उसका नशा कम हो गया था। इसके बाद संजू ने फोन काट दिया और उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया।
पुलिस की गिरफ्त में ऐसे आया पिता
4 महीने के दुधमुंहे बच्चे को बेरहमी से मारने के बाद आरोपी संजू घटनास्थल से फरार हो गया था। पुलिस की टीम उसके गांव भी पहुंची तो पता चला कि वह फिर से भोपाल गया है। इसके बाद पुलिस ने तीन बजे के करीब उसे भोपाल के मुबारकपुर जोड से गिरफ्तार कर लिया।
पति-पत्नी के बीच कलह की वजह था नशा
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया है कि संजू के नशे की आदत के कारण ही संगीता अपने मायके में रह रही थी। आए दिन नशे की हालत में वह परिवार के साथ मारपीट करता था।
पालोना का पक्ष
- ये मामला DIRECT INFANTICIDE का है।
- यह IPC 304 के साथ साथ IPC 315 का भी मामला है। साथ ही जेजे एक्ट का सेक्शन 75 भी इसमें लगना चाहिए।
- नशे में अक्सर व्यक्ति अपना कंट्रोल खो बैठता है। जिसकी परिणति इस तरह की घटनाओं के रूप में सामने आती है। नशे से लोगों को दूर रखने के लिए MENTAL HEALTH पर काम करना जरूरी है।
- MENTAL HEALTH पर काम करके NEONATICIDE & INFANTICIDE जैसे जघन्य अपराध को कम किया जा सकता है।