दरअसल ये नवजात के शव के टुकड़े नहीं हैं, जिन्हें कुत्तों ने चबाया है, बल्कि यह है भरोसा, जिसे हमने टुकड़े टुकड़े कर कुत्तों के आगे परोस दिया है. भरोसा एक बच्चे का अपने जनक पर, एक समाज का अपने
व्यक्ति पर और एक व्यक्ति का अपनी इंसानियत पर. दिल दहलाने वाली ये घटना आज एक बार फिर घटी है झारखण्ड में. बोकारो के चास में एक नवजात शिशु का शव जिस हालत में मिला है, वह अत्यंत हृदय विदारक हैं.
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी बोकारो के सदस्य श्री प्रभाकर जी ने बताया कि बोकारो के चास स्थित हरि मंदिर के निकट एक कचरे के डब्बे में आज दोपहर नवजात के हाथ-पैर फेंके हुए मिले हैं. इस घटना की जानकारी उन्हें चास
निवासी ललन कुमार शर्मा ने दी और स्थानीय पुलिस को भी सूचित किया. दोपहर करीब 3 बजे घटना स्थल के निकट पहुँचते ही श्री ललन जी ने दो कुत्तों को पॉली बैग के लिए खींचतान करते देखा. जब उन्होंने ध्यान दिया
तो उसमें नवजात बच्चे के हाथ पैर दिखाई दिए. टीम पा लो ना इस घटना की कठोर निंदा करती है और उम्मीद करती है कि चास पुलिस इस मामले में उचित करवाई करेगी.
31 अगस्त 2017 चास (बोकारो), झारखण्ड (U)