झारखण्ड का इंडस्ट्रियल कैपिटल, जमशेदपुर शिशु हत्या के गुनाहगारों का शहर बनता जा रहा है. आए दिन शिशु परित्याग और शिशु हत्या की खबरें सुनने में आती रहती हैं. एक बार फिर एक नवजात बच्ची झाड़ियों में
फेंकी मिली. इसे बस संयोग मात्र समझिए कि वह मासूम ज़िंदा है. शिशु परित्याग का यह मामला एमजीएम थाना क्षेत्र के बालीगूमा बस्ती का है. गुरुवार सुबह बालीगूमा बस्ती में एक नवजात बच्ची झाड़ियों में लावारिस अवस्था
में फेंकी मिली. सुबह जब एक बच्चा शौच करने झाड़ियों में गया तो उसकी नज़र उस मासूम पर पड़ी. उसने फ़ौरन ही अपनी माँ, मंजू को इस बारे में बताया. मंजू ने तुरंत घटनास्थल पर पहुँचकर नवजात को अपनी गोद में
उठा लिया और अपने घर ले आई. उसने उसकी सफाई की, दूध पिलाया और बाद में उचित इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती करा दिया. स्थानीय निवासियों के अनुसार नवजात रात भर झाड़ियों में पड़ी रही. यह केवल
उसका भाग्य था कि किसी आवारा कुत्ते की नज़र उस पर नहीं पड़ी. फिलहाल बच्ची जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल के डॉक्टरों की टीम की देख रेख में है. डॉक्टरों ने बताया कि नवजात की स्थिति गंभीर बनी हुई है. टीम
पा-लो ना स्थानीय पत्रकार की सहायता से लगातार नवजात की स्थिति पर नज़र बनाए हुई है.
14 सितम्बर 2017 जमशेदपुर, झारखण्ड (F)