25 घंटे तक बेटी को ढूंढती रही पुलिस, डॉग स्कवॉड की भी ली मदद
मां ने ही गंदे नाले में डाल दिया था जिंदा बच्ची को
15 JANUARY 2023, SUNDAY, JHANSI, UP
MONIKA ARYA
झांसी में एक नवजात बच्ची अपने घर से लापता हो गई। बच्ची की मां का कहना था कि उसकी दो माह की बेटी को खूंखार जंगली बिल्ली उठा ले गई है। पुलिस 25 घंटे तक उस बच्ची को तलाशती रही। डॉग स्कवॉयड, वन विभाग और गोताखोरों की भी मदद ली गई। तब जाकर पूरा मामला खुला। जब सच्चाई सामने आई तो सब स्तब्ध रह गए।
कब, कहां, कैसे घटी घटना
पालोना को इस घटना की जानकारी दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार श्रीवत्स दिवाकर से मिली। उन्होंने एक खबर का लिंक पालोना से शेयर किया था। इसके बाद स्थानीय खबरों को खंगाला गया। इन खबरों के मुताबिक, झांसी के पूंछ कस्बे में एक बच्ची रविवार सुबह अपने घर से गायब हो गई।
बच्ची को नाले में डालने वाली मां रिजवाना। तस्वीर साभार- स्थानीय मीडिया
बिल्ली उठा कर ले गई बेटी को- रिजवाना
उसकी मां रिजवाना ने पुलिस को बताया, ”मेरे दो बच्चे हैं। दो माह की बेटी रिया और एक साल का बेटा रियाज। दोनों की मालिश करके उन्हें बिस्तर पर लिटा दिया।
वह सुबह के वक्त अपनी बहन के घर कपड़े और बर्तन धोने गई थी। वहां से लौटकर आई तो उसने देखा कि चारपाई पर दोनों बच्चे सो रहे हैं और पास में एक एक खूंखार बिल्ली, जिसके शरीर में कीड़े पड़े हुए हैं, वह बैठी है। रिज़वाना ने तुरंत ही उसे भगाया और बच्चों को सोता छोड़ बिना कुंडी लगाए दरवाजा बंद करके शौच क्रिया के लिए घर के बगल में नाले के पास चली गई।
जब वह लौटकर आई तो देखा कि अलमारी में रखा दूध फैला हुआ है और बच्ची गायब है। उसने बताया कि कुछ दिनों पहले भी वही खूंखार बिल्ली बच्ची की चारपाई पर बैठी थी। एक बार रिजवाना के ऊपर भी खूंखार बिल्ली ने हमला कर दिया था। उसने आशंका जताई है कि वही खूंखार बिल्ली उसकी 2 माह की बेटी को खींच ले गई होगी।” रिजवाना ने बीती 21 नवंबर 2022 को एंबुलेंस में बच्ची को जन्म दिया था।
बच्ची को तलाशती पुलिस की सर्च टीम। तस्वीर साभार- स्थानीय मीडिया
वन विभाग और डॉग स्कवॉयड की मदद से पुलिस ने चलाया सर्च अभियान
रिजवाना द्वारा जंगली बिल्ली के दावे के बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू कर दी। क्षेत्राधिकारी मोंठ स्नेहा तिवारी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि बच्ची की खोजबीन के लिए पुलिस ने वन विभाग और डॉग स्क्वायड की भी मदद ली। लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चला। 25 घंटे तक सब मिलकर बच्ची को ढूंढते रहे।
https://paalonaa.in/akhbar-me-mili-navjat-phc-ki-chhat-par-chhor-gya-koi/
आखिरकार पुलिस ने 2 महीने की बेटी का शव उसी गंदा नाले से बरामद किया, जहां रिजवाना शौच के लिए जाने का बहाना बना रही थी। गोताखोरों की मदद से चार फीट की गहराई में बच्ची को बरामद किया गया।बच्ची के शरीर पर कोई भी चोट के निशान नहीं थे ना ही बच्ची के कपड़े को निकाला गया था। पुलिस को परिजनों पर संदेह हुआ और उन्होंने गहराई से सबसे पूछताछ शुरू की।
रिजवाना की दूसरी शादी से हई थी बेटी रिया
स्थानीय मीडिया के अनुसार, रिजवाना की दूसरी शादी हुई थी और उसकी बड़ी बहन भी मोहल्ले में ही रहती है। रिजवाना पहली शादी से खुश नहीं थी तो उसके द्वारा पहले पति को तलाक दिया गया था। वह पहले जनपद जालौन की उरई में शादी कर अपना घर बसाई हुई थी। अब उसकी शादी कस्बा पूंछ के रहने वाले नसिरुद्दीन से हुई थी, जो कानपुर में काम करता है।
बेटी होने से दुखी थी रिजवाना
स्थानीय लोगों को इस बात का बहुत रोष है कि कड़कड़ाती ठंड में बच्ची को नाले में जिंदा डालते वक्त उसके हाथ तक नहीं कांपे। उल्टा उसने ही बच्ची के लापता होने का नाटक रचा। खुलासा हुआ तो पता चला कि वह बेटी होने से दुखी थी, इस कारण उसने बच्ची को मार डाला।
पालोना का पक्ष
- रिजवाना खुद को इस गुनाह से बचा सकती थी। वह बच्ची को झांसी की सीडब्ल्यूसी को सौंप सकती थी।
- वह बच्ची को शिशु गृह के बाहर लगे पालने में छोड़ सकती थी।
- लेकिन उसने ऐसा नहीं किया, बल्कि बड़ी ही निर्दयता से उसने अपनी दो माह की बेटी को मौत के घाट उतार दिया। हत्या की इस प्रवृत्ति को किसी भी तर्क से सही नहीं ठहराया जा सकता।
- ये जांच का विषय है कि क्या रिजवाना किसी भी तरह के मानसिक अवसाद से ग्रस्त है, जो बहुधा डिलीवरी के बाद महिलाओं को घेर लेता है। अगर समय रहते परिजन गर्भवती महिलाओं और जच्चा पर ध्यान दें, उसके व्यवहार में आ रहे परिवर्तनों को नोटिस करें, समय पर मनोचिकित्सक की मदद लें तो इन अपराधों को टाला जा सकता है।