गिरिडीह में मिली नवजात
पालोना की सूचना पर अगले दिन चाइल्ड लाइन ने किया बच्ची को रिकवर, पुलिस ने नहीं किया केस दर्ज
18 अगस्त 2022, गुरुवार, गिरिडीह, झारखंड।
गिरिडीह के गावां प्रखंड में गुरुवार तड़के एक नवजात बच्ची मिली। उसकी गर्भनाल भी नही कटी थी। उसे गांव की ही एक निसंतान महिला ने पालने के उद्देश्य से अपने पास रख लिया। सूचना मिलने के बाद गिरिडीह चाइल्ड लाइन ने अगले दिन शुक्रवार को बच्ची को रिकवर किया।
पालोना को इस घटना की जानकारी गिरिडीह के पत्रकार श्री अमर सिन्हा से मिली। इसके मुताबिक, गिरिडीह के गावां प्रखंड के जगदीशपुर गांव में नवजात बच्ची मिली। बच्ची को एक ग्रामीण के घर के पीछे कोई छोड़ गया था।
बच्ची के रोने की आवाज ने खींचा ध्यान
सुबह शौच के लिए निकले लोगों ने नवजात बिटिया के रोने की आवाज सुनी। गर्भनाल अभी भी नवजात बच्ची के शरीर से लगी हुई थी। गांव की बुजुर्ग महिला को बुलाकर बच्ची की नाल कटवाई गई। गांव की ही निसंतान गुड़िया देवी ने बच्ची को अपने पास रख लिया।
अगले दिन किया नवजात बिटिया को रिकवर
पालोना ने चाइल्डलाइन गिरिडीह को बच्ची की सूचना दी। इसके अगले दिन शुक्रवार को चाइल्डलाइन तीसरी की सुश्री गुंजा ने बच्ची को रिकवर किया। पालोना ने गुंजा जी से और गावां थाने के सब इंस्पेक्टर श्री दीपक कुमार से बातचीत की। उनसे आग्रह किया कि बच्ची को तुरंत इलाज दिलवाया जाए।
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पुलिस ने नहीं किया था केस दर्ज
सब इंस्पेक्टर ने बताया कि अभी इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। पालोना ने उन्हें बताया कि इस मामले में IPC 317 के तहत FIR दर्ज होनी चाहिए।
पालोना का पक्ष
दुखद है कि सरकार की सेफ सरेंडर पॉलिसी होते हुए भी लोग इसका लाभ नहीं उठा रहे हैं। यही वजह है कि आए दिन नवजात बच्चों को असुरक्षित स्थानों पर छोड़ा जा रहा है। यदि ग्रामीणों की नजर समय पर नवजात बिटिया पर नहीं पड़ती तो उसे कोई जानवर भी उठा कर ले जा सकता था।
झारखंड सरकार को चाहिए कि वह सेफ सरेंडर पॉलिसी पर जन जागरूकता करें।
साथ ही बेबी पॉइंट डेवलप करने पर काम हो। ये बेबी पॉइंट्स नवजात शिशु को सौंपने या सुरक्षित छोड़ने का माध्यम बने और ये लोगों की पहुंच में भी हों।