घर में सोया बच्चा हुआ किडनैप
कानूनी तरीके से ही लें बच्चे को गोद : पालोना
10 DECEMBER 2022, SATURDAY, HARIDWAR, UTTARAKHAND
वह कपड़े के व्यापारी हैं। हरिद्वार में कपड़ों की दुकान है उनकी। वह और उनकी पत्नी एक बच्चे को गोद लेना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने सेंट्रल एडॉप्शन रिसॉर्स अथॉरिटी से संपर्क करने की बजाय आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी वर्कर से संपर्क साधा। बच्चा भी मिल गया, लेकिन वे खुद पहुंच गए जेल।
क्या है ये पूरा मामला, जानिए इस वीडियो में
कब कहां क्या हुआ
पालोना को इस घटना की सूचना दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार श्री दिवाकर वत्स से मिली। उन्होंने Avikal uttarakhand का एक लिंक पालोना से शेयर किया था। इसके बाद हरिद्वार के चैनल 100 के पत्रकार साथी श्री मयूर सैनी से संपर्क कर सारी डिटेल्स मालूम की गईं।
इसके मुताबिक, हरिद्वार में रहने वाले मोहल्ला कडच्छ, थाना ज्वालापुर निवासी श्री रविन्द्र पुत्र चन्द्रपाल और राखी ने 10 दिसंबर 2022 को थाने में शिकायत की कि उनका 08 माह का पुत्र शिवांग घर से गायब है।
नवजात बच्चे की चोरी की सूचना के बाद पुलिस विभाग तुरंत सक्रिय हो गया। सीनियर अधिकारी भी मामले की जांच पड़ताल में जुट गए। पुलिस अधीक्षक नगर हरिद्वार, पुलिस अधीक्षक अपराध, क्षेत्राधिकारी ज्वालापुर, प्रभारी निरीक्षक ज्वालापुर व सीआईयू प्रभारी नरेन्द्र विष्ट ने टीम बनाकर घटना स्थल के आस -पास लगे सीसीटीवी केमरों की छानबीन शुरू की। रविंद्र के घर के आस-पास रहने वाले लोगों से पूछताछ की जाने लगी। मीडिया और सोशल मीडिया में बच्चे को तलाशने के लिए अपील की गई।
स्निफर डॉग्स की मदद ली गई। दो महिलाओं पर पुलिस को शक था। ये डॉग्स भी उन्हीं महिलाओं के घर तक पहुंच गए। उन दोनों के नंबर सर्विलांस पर डाल दिए गए। और शनिवार को चोरी गए बच्चे को 36 घण्टे के अंदर बरामद कर लिया गया।
https://paalonaa.in/newborn-baby-girl-found-in-garbage-pile-in-karnataka-banglore-me-kude-ke-dher-me-mili-ghayal-bachchi/
शिवांग के एडॉप्शन का सौदा ढाई लाख में एक कपड़ा व्यापारी संजय से किया गया था। अगले दिन 11 दिसंबर को संदिग्ध नम्बरों की लोकेशन भारत माता मन्दिर के पास पाई गई। तुरन्त सम्बन्धित टीमों द्वारा क्षेत्र की घेराबन्दी की गयी। पुलिस टीम ने बच्चे की फोटो अपहृत बच्चे से मिलाई।
मिलान होने पर टीम ने पकड़ी गयी महिलाओं रुबी पत्नी अमित निवासी ग्राम हरि आवास थाना गागलहेड़ी सहारनपुर हाल निवासी / किरायेदार सीतापुर थाना ज्वालापुर (आशाकार्यकर्ता मौहल्ला लोधामण्ड़ी ज्वालापुर) व आशा पत्नी मनोज निवासी मौहल्ला कडच्छ थाना ज्वालापुर (आंगनबाडी कार्यकर्ता) से पूछताछ की।
उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उन्होंने स्वीकार किया कि एडॉप्शन के लिए उन्होंने शिवांग को उसके घर से किडनैप किया था। उनसे मिली जानकारी के आधार पर शिवांग की किडनैपिंग में संलिप्त सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
छह महिलाओं समेत सात गिरफ्तार
इस मामले में कुल 07 लोग पकड़े गए हैं। इनमें एक पुरुष व 6 महिलाएं हैं। अभियुक्तों में एक आशा एवं एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी हैं।
- रुबी पत्नी अमित निवासी गागलहेड़ी सहारनपुर हाल निवासी सीतापुर उम्र 32(आशा कार्यकर्ती लोधामण्ड़ी)
- किरन पुत्री सुरेन्द्र कुमार निवासी मौहल्ला कड़च्छ ज्वालापुर
- अनिता पत्नी सोमप्रकाश निवासी मौहल्ला कडच्छ ज्वालापुर
- सुषमा पत्नी विरेन्द्र निवासी मौहल्ला कडच्छ ज्वालापुर
- आशा पत्नी मनोज निवासी ज्वालापुर
- संजय पुत्र स्व0 अशोक शर्मा निवासी श्यामपुर कांगड़ी उम्र 30 वर्ष
- पूनम पत्नी संजय निवासी श्यामपुर कांगड़ी हरिद्वार
बच्चे की 36 घण्टे के अंदर हुई बरामदगी को लेकर स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारे लगाते व ढोल बजाते हुए जुलूस निकाला। वहीं, डीआईजी गढ़वाल करन सिंह नगन्याल ने पुलिस टीम के लिए 30 हजार इनाम की घोषणा की।
पालोना का पक्ष
यदि कोई व्यक्ति बच्चे को गोद लेना चाहता है तो उसे एडॉप्शन के लिए cara से संपर्क करना चाहिए।
किसी भी डॉक्टर, नर्स, पुलिस, वकील, एएनएम, आंगनबाड़ी वर्कर, आशा वर्कर आदि से किसी भी बच्चे को गोद लेना गैरकानूनी है। यह जेल तक पहुंचा सकता है। इसके अलावा बच्चे को गोद लेने के इच्छुक लोग चाईल्ड ट्रैफिकर्स का भी शिकार हो सकते हैं। आजकल इस तरह के गैंग बहुत सक्रिय हैं, जो उन लोगों को बेवकूफ बना कर पैसे ऐंठ रहे हैं, जो गोद लेना चाहते हैं।