दुनिया में कुछ लोग ऐसी हैवानियत को अंजाम देते हैं कि लगता है कि समाज में हैवानियत, दरिंदगी, और जुर्म के इलावा किसी अच्छी चीज़ का अस्तित्व ही नहीं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो यह साबित कर देते हैं कि दुनिया में अभी भी इंसानियत बाकी है.
घटना बरही के करियातपुर हनुमान मंदिर के पास की है. मंदिर के पास एक नवजात बच्ची को किसी अज्ञात ने नाले में फेंक दिया. नवजात बच्ची को ‘द आर्यभट्ट इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड कॉमर्स स्टडी सेंटर’ की छात्रा सोमी खातून व नेहा कुमारी ने पानी से उठाकर अनुमंडलीय अस्पताल, बरही में भर्ती कराया. अस्पताल में नियुक्त डॉक्टर नुरुल इस्लाम ने नवजात को किसी भी ख़तरे से बाहर बताया. बाद में राजेश्वर नाथ आलोक (एसडीओ) के निर्देश पर उसे उपयुक्त इलाज के लिए चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर मो. इबरार के पास रेफेर किया गया. कई समाजसेवियों ने शिशु परित्याग की इस घटना को समाज का दुर्भाग्य बताया. कई समाजसेवियों ने बच्चियों का उत्साह बढ़ाया व उन्हें सम्मानित करने पर ज़ोर दिया.
19 अगस्त 2017 हज़ारीबाग़, झारखण्ड (F)