एक अपार्टमेंट की सीढ़ियों पर मिली थी नवजात बच्ची
पिता की जिम्मेदारी तय करना सही – पालोना
18 DECEMBER 2022, SUNDAY, AHMEDABAD, GUJARAT
अमराईवाड़ी में रविवार दोपहर एक आवासीय अपार्टमेंट की सीढ़ियों पर एक नवजात बेटी को छोड़ दिया गया। दो घंटे में पुलिस ने बच्चे की मां का पता लगा लिया।
क्या ये मां दोषी थी या असल दोषी कोई और था! जानिए, इस वीडियो में, जो information के साथ साथ awareness के उद्देश्य से भी बनाया गया है।
पालोना का पक्ष-
हाल में एक पुलिस ट्रेनिंग के दौरान पालोना द्वारा झारखंड के पुलिस ऑफिसर्स को बताया गया कि जब भी कोई नवजात शिशु लावारिस अवस्था (BABY ABANDONED) मिले तो उस घटना की तह में जरूर पहुंचे। ये जानने की कोशिश करें कि यदि मां ने ऐसा किया है तो इसके पीछे कहीं बच्चे के पिता द्वारा अपनी जिम्मेदारी लेने से इंकार तो नहीं है, जैसा इस मामले में हुआ
हाल के दिनों में ये दूसरा मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने बच्चे के पिता को भी दोषी माना है। शिशु परित्याग की (NEWBORN BABY ABANDONMENT) की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए ऐसा किया जाना जरूरी है।
एक रिसर्च में भी इसी तरह की बातें सामने आई थीं, जहां महिलाओं ने ये माना था कि वे अपनी बच्ची की हत्या के लिए मजबूर हो जाती हैं, क्योंकि ऐसा करने के लिए उनके पति द्वारा उन पर दबाव बनाया जाता है। ये बात FEMALE INFANTICIDE के संदर्भ में सामने आई थी।
https://paalonaa.in/mumbai-me-footpath-par-mili-baby-girl/
दूसरी बात कि बच्चा कहां मिल रहा है, कब मिल रहा है, इससे उसे छोड़ने वाले की मंशा स्पष्ट होती है। इसलिए सेफ और अनसेफ एबेंडनमेंट के बीच लाइन खींचना, इन्हें कानून में डिफाइन करना और तदनुसार कार्रवाई करना भी जरूरी है।
जैसे इस मामले में अहमदाबाद की इस मां ने अपनी तरफ से कोशिश की कि वह अपनी नवजात बेटी को असुरक्षित न छोड़े। इसलिए कहीं जानलेवा हालात की बजाय इस मां ने अपनी बच्ची के लिए एक अपार्टमेंट की सीढ़ियों को चुना। ये अलग बात है कि इस तरह खुले में छोड़ने से भी बच्ची की जिंदगी खतरे में पड़ सकती थी।