वह खेत में पड़ी रो रही थी, जब कुछ ग्रामीणों को उसके रोने की आवज सुनाई दी। पता नहीं, वह कब से वहां पड़ी थी। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर जब कुछ लोग उस दिशा मे बढ़े तो वहां खेत की मिट्टी में दो माह की एक बच्ची को देखकर स्तब्ध रह गए। थोड़ी ही देर में वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और उन्हीं में शामिल एक ग्वालिन ने उसे उठा लिया। घटना शुक्रवार सुबह छह-सात बजे के समीप खिरमा बिरखौली मार्ग पर खिरमा गांव के पूरब पुलिया के समीप गेहूं के खेत में घटी।
चाईल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर श्री दिनेश कुमार ने पा-लो ना को बताया कि शुक्रवार सुबह केवटी स्थित गेहूं के खेत में एक बच्ची मिली है। खेत में बच्ची के मिलने की घटना जल्द ही आस-पास फैल गई और वहां ग्रामीण जुटने लगे। उन्हीं में शामिल थी बिरखौली गांव के राम ईश्वर यादव की पत्नी विमला देवी। जब विमला देवी ने देखा कि कोई भी उस बच्चे को वहां से नहीं उठा रहा तो उन्होंने बच्ची को उठाया और अपने घर ले गई।
उधर, जैसे ही घटना की जानकारी चौकीदार राजकुमार यादव को मिली, वह केवटी थानाध्यक्ष कौशल कुमार समेत उनके घर पहुंच गया। फिर चाईल्डलाईन की भावना देवी, ललन पासवान तथा शिवकुमार लाल के सहयोग से बच्ची को दरभंगा सीडब्लूसी के सामने पेश किया गया। इससे पहले बच्ची के स्वास्थ्य की जांच के लिए उसे सीएचसी केवटी ले जाया गया। फिलहाल बच्ची दरभंगा के सराकरी अस्पताल में हैं, और पूरी तरह स्वस्थ है। जल्द ही उसे वहां के एडॉप्शन सेंटर भेज दिया जाएगा।
09 मार्च 2018 दरभंगा, बिहार (F)