उसकी सांसें रुक-रुक कर चल रही थी, धड़कनें नदारद थीं, शरीर ठंडा पड़ चुका था, जब उसे अस्पताल लाया गया। न जाने कौन उस मासूम को जिला महिला चिकित्सालय के कैम्पस में बनी पुलिस चौकी के पास कूड़े के ढेर पर छोड़ गया था। घटना शनिवार को रामपुर के महिला अस्पताल परिसर में घटी।
स्थानीय पत्रकार आमिर से मिली जानकारी के मुताबिक, एक प्राईवेट एम्बुलेंस का ड्राईवर उस बच्चे को अस्पताल लाया तो उसकी स्थिति बहुत ही गंभीर थी, लेकिन डॉक्टर के अथक प्रयास से करीब एक घंटे के बाद बच्चे की सांसें लौट आईं। उसने हाथ-पैर थोड़ा चलाने शुरू कर दिए हैं, धड़कनें भी थोड़ा नॉर्मल हुई हैं और सांस भी खुद से ले रहा है, लेकिन ऑक्सीजन के सपोर्ट की जरूरत है। पहले से काफी बेहतर स्थिति में हैं, फिर भी क्रिटिकल है।
10 फरवरी 2018 रामपुर, उत्तर प्रदेश (M)