मंगलवार की रात माघर गांव में नहर के किनारे बसे एक घर में मध्य रात्रि किसी की नीद टूटी तो उसे एक छोटे बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी। यह नगीना महतो था। नगीना ने अपने अन्य परिजनों को उठाया और
आवाज वाली दिशा में जाकर देखा। नहर किनारे एक नन्हा सा बच्चा कपड़ों में लिपटा ठंड और भूख के मारे कुनमुना रहा था। रो-रो कर उसका गला सूख चुका था। नगीना ने तुरंत बच्चे को वहां से उठाया और अपने घर ले
आया। आस-पड़ोस में भी घटना की सूचना दे दी गई। मंगलवार को घटी इस घटना की सूचना चाईल्ड एक्टिविस्ट्स तक पहुंची और आज बच्चे को वहां से ले आया गया। फिलहाल बच्चा स्पेशल एडॉप्शन एजेंसी (एसएए) में
सकुशल, स्वस्थ और सुरक्षित है।
05 दिसंबर 2017सीवान, बिहार (M)