हजारीबाग के नवाबगंज में मंगलवार की सुबह एक नवजात बच्ची परित्यक्त अवस्था में मिली। अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची को कुत्ते के मुंह में देखकर एक महिला सिहर गई, लेकिन तुरंत ही उन्होंने शोर
मचा दिया, जिससे कुत्ता घबराकर उस बच्ची को एक अपार्टमेंट के पास छोड़कर भाग गया। बच्ची को उसने कहां से उठाया था, इसका पता फिलहाल नहीं चल पाया है। एसआई मुकेश कुमार के मुताबिक मामले की जांच की
जा रही है। मगर सदर थाने का इस बारे में कुछ और ही कहना है। टीम पा-लो ना ने जब थाने में फोन किया तो उन्होंने बताया कि बच्ची एक जगह फेंकी हुई थी। कुत्ता जरूर उसके आस-पास टहल रहा था, मगर उसने
बच्ची को अपने मुंह में नहीं ले रखा था। लोग बच्ची को उठाकर नजदीकी अस्पताल में ले गए और वहां से बच्ची के शव को मुर्दा कल्याण समिति को अंतिम क्रिया के लिए सौंप दिया गया। इस मामले में पुलिस ने कोई केस
दर्ज नहीं किया है। थाने का कहना है कि किसके खिलाफ केस दर्ज करें। अगर ये पता चल जाए कि बच्ची को जानबूझकर वहां फेंका गया है, छुपाने की कोशिश की गई है तो मामला बनता भी है, मगर ऐसे कैसे कोई केस
दर्ज करें। बच्ची की जन्म के दौरान ही मौत हो गई होगी और परिजन उसे अपने साथ ले जाने की बजाय वहां फेंक कर चले गए। क्या आईपीसी की धारा 318 के तहत भी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है, इस पर
उनका जवाब था कि लिखा-पढ़ी की गई है, मगर कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। तस्वीर से स्पष्ट है कि बच्ची के शरीर पर कोई कपड़ा नहीं है। टीम पा-लो ना भी इसे स्टिल बर्थ का केस ही मानती है, मगर बिना
तफ्तीश के कुछ भी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता। इसके अलावा, बच्चे को किसी भी स्थिति में सार्वजनिक स्थान पर फेंका जाना कानूनन अपराध है।
05 दिसंबर 2017हजारीबाग, झारखंड (F)