विकसित भारत कार्यक्रम के तहत जुड़ेगा पालोना का मुद्दा, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने दिया भरोसा

रांची: राजधानी रांची में बुधवार को शिशु शुसंरक्षण अधिनियम (आईपीए) पर राष्ट्रीय परामर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने यह भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम विकसित भारत कार्यक्रम के तहत पालोना के विषय को भी जोड़ा जाएगा.

पालोना के माध्यम से शिशु परित्याग को लेकर गंभीर मंथन

शिशु संरक्षण अधिनियम (IPA) पर रांची में बुधवार को राष्ट्रीय परामर्श का आयोजन पालोना संस्था की ओर से किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि इस विषय की गंभीरता और प्रयास और इसकी स्पष्टता पालोना नाम से ही स्पष्ट हो जाता है. ऐसे बच्चे देश में लाखों की संख्या में हैं जो रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ कई शहर के कूड़ेदानों में मिल रहे हैं. ऐसे बच्चों की रक्षा के लिए पालोना संस्था की मोनिका गुंजन आर्य के द्वारा और दूसरे संगठनों के द्वारा जो प्रयास किये जा रहे हैं वह सराहनीय हैं. राज्य रक्षा मंत्री ने जोर देते हुए कहा इस अभियान के लिए जागरूकता की आवश्यकता है. इस अभियान से पूरी तरह जुड़ा हुआ हूं. उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री के तौर पर जब भी मेरी आवश्यकता होगी मैं साथ खड़ा रहूंगा.


जागरूकता बेहद जरूरी

बाल संरक्षण आयोग के पूर्व निदेशक डीके सक्सेना ने कहा कि यह एक ऐसा विषय है जिस पर जानकारी और जागरूकता काफी कम है. 2019 में मेरी मुलाकात पालोना की संस्थापक मोनिका से हुई थी. उसके बाद से मैं इस मुहिम से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ हूं. यह एक ऐसा विषय है जिस पर सबको काम करने की जरूरत है. पालोना की संस्थापक मोनिका का प्रयास काफी सराहनीय है. इससे काफी जागरूकता हुई है. इस क्षेत्र में अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है. अभी हमारे पास शिशु संरक्षण से संबंधित कोई कानून नहीं है, लेकिन कानून आने के बाद भी इस क्षेत्र में जागरूकता की जरूरत है.

क्या है पालोना

झारखंड में शिशु की गर्भ में हत्या और नवजात शिशु का परित्याग एक बड़ी समस्या है. अक्सर मीडिया में ऐसी खबरें सुर्ख़ियो में रहती हैं, जिनमे यह पता चलता है की बिनब्याही मां, बेटे की चाहत में या फिर प्रेमी के द्वारा धोखा दिये जाने के बाद मां अपने बच्चो का परित्याग या फिर अनजाने में उनकी हत्या कर डालती हैं. ऐसे तमाम शिशु को बचाने के लिए रांची में एक महिला सामने आई जिन्हें लोग मोनिका गुंजन आर्या के नाम से जानते हैं. मोनिका गुंजन के अथक प्रयास से अब शिशु परित्याग और भ्रूण हत्या जैसे मामलों में एफआईआर भी दर्ज होने लगे हैं. लेकिन इस समस्या को राष्ट्रीय मंच पर लाने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है. इसी उद्देश्य से रांची में पालोना के द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमे देश के रक्षा राज्य मंत्री सहित समाज के हर तबके से लोग अब सामने आने लगे हैं.

Infant Protection Act (IPA) at the National Consultation & Samvedna Abhar Samaroh 2025

Excited to be discussing the Infant Protection Act (IPA) at the National Consultation & Samvedna Abhar Samaroh 2025!

Join us at the National Consultation on the Infant Protection Act (IPA) & Samvedna Abhar Samaroh 2025 to learn more and share your support. The National Consultation includes policymakers, legal experts, medical professionals, child welfare organizations, and civil society leaders.

The discussion will aim to finalize important components of the IPA, establish concrete initiatives, and promote collaboration among stakeholders.

🗓Date: 22nd January 2025 & 23rd January 2025.

📍Place: Press Club, Ranchi | Tribal Research Institute, Ranchi

Objectives:
● To deliberate on the draft structure of the IPA.
● To address critical focus areas, including postpartum mental health, clear legal
definitions, medical protocols, and public education.
● To build a collaborative roadmap for effective implementation.

सिटीज़न्स फाउंडेशन में 22-23 जनवरी 2025 के लिए दो दिवसीय विशेष कार्यक्रम की रूपरेखा तय

शनिवार को सिटीज़न्स फाउंडेशन के मंथन हॉल में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य पालोना द्वारा आयोजित 22 और 23 जनवरी 2025 के दो दिवसीय कार्यक्रम की योजना बनाना था।

कार्यक्रम की मुख्य रूपरेखा:

22 जनवरी: आईपीए एक्ट पर नेशनल कंसल्टेशन

23 जनवरी: संवेदना आभार समारोह

इस बैठक ने विभिन्न संगठनों के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाकर उनके विचारों का आदान-प्रदान करने और प्रभावी कार्यक्रम तैयार करने का अवसर दिया। इसमें परित्यक्त बच्चों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने में सामूहिक प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डाला गया।

पालोना ने शिशु संरक्षण अधिनियम (आईपीए एक्ट) पर जागरूकता फैलाने की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाई है।

सिटीज़न्स फाउंडेशन में 22-23 जनवरी 2025 के लिए दो दिवसीय विशेष कार्यक्रम की रूपरेखा तय

मुख्य उपस्थित लोग:

  • अधिवक्ता आरती वर्मा
  • श्री गणेश रेड्डी (सिटीज़न्स फाउंडेशन)
  • श्रीमती संगीता कुजारा टाक
  • श्री आशीष कुजारा (मेमोरियल ट्रस्ट)
  • श्रीमती श्वेता अग्रवाल
  • श्री अतुल गेरा (लाइफ सेवर्स)
  • श्रीमती संगीता सिन्हा
  • श्रीमती मोनिका आर्य (संस्थापक PaaLoNaa)

यह बैठक उन प्रयासों को सशक्त करने की दिशा में एक कदम है जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और संवेदनशील मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

टीम पालोना की एसपी स्पेशल ब्रांच से खास मुलाकात

Meet with SP

टीम पालोना ने आज एसपी स्पेशल ब्रांच, श्रीमती मुमल राजपुरोहित से मुलाकात कर उन्हें नववर्ष की शुभकामनाएं प्रेषित कीं। इस अवसर पर उन्हें पालोना के 22-23 January 2025 को होने वाले दो दिवसीय कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित भी किया।

इस मुलाकात में टीम पालोना का नेतृत्व मोनिका आर्य ने किया। उनके साथ संगीता कुजारा टाक (आशीष कुजारा मैमोरियल ट्रस्ट), अतुल गेरा (लाइफ सेवर्स), और आरती वर्मा भी मौजूद थे।

यह मुलाकात नए साल की शुभ शुरुआत के साथ समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की ओर एक महत्वपूर्ण पहल रही।

बेहतर भारत की शुरुआत जन जागरूकता के साथ!

झारखंड के वित्त मंत्री से विशेष मुलाकात

Meet with the Finance Minister of Jharkhand

हाल ही में झारखंड के वित्त मंत्री श्री राधा कृष्ण किशोर से मुलाकात कर उन्हें नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दी गईं। साथ ही, उन्हें पालोना के आगामी कार्यक्रम में शामिल होने का औपचारिक आमंत्रण भी दिया गया।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर 22स्कोप मीडिया के एडिटर इन चीफ, श्री गंगेश गुंजन भी उपस्थित रहे। यह मुलाकात प्रेरणादायक और सहयोगात्मक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम रही।

आइए, इस नए साल में मिलकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कदम बढ़ाएं!

PaaLoNaa Working Committee Meeting Held at Ranchi Press Club

Key Discussions on Planning and Management for Samvedna Abhar Samaroh Season 2, Set for January 2024

29th September 2024, Ranchi, Jharkhand.

A significant working committee meeting took place at the Press Club, Ranchi, on Sunday evening. The meeting, called by Monika Arya, Founder of PaaLoNaa, was attended by notable figures including Sangeeta Kujur, Capt Priya Srivastava, Adv Arti Verma, and Shweta Aggrawal.

Set for January 2024

The primary agenda was the planning of Samvedna Abhar Samaroh Season 2, a signature event of PaaLoNaa aimed at recognizing and appreciating those who have contributed towards infant protection and related causes. It was decided that the event will be held over two days in January 2024. The meeting covered key discussions surrounding the event’s management, logistics, and planning.

Additionally, the formation of a managing committee for the PaaLoNaa campaign was discussed, with the goal of overseeing its day-to-day operations and ensuring smooth progress on key initiatives.

Monika Arya stressed the need for a structured committee to handle the operational aspects of PaaLoNaa’s activities, ensuring that the campaign continues to make an impactful difference in raising awareness and preventing infanticide and unsafe abandonment.

The committee is committed to making Samvedna Abhar Samaroh Season 2 a landmark event and looks forward to engaging the community and stakeholders in a meaningful way. It is expected to be a platform for collaboration and dialogue on pressing social issues, particularly related to newborn and infant protection.

For more updates on the event and other initiatives, stay connected with PaaLoNaa.


नवजात सुरक्षा अधिनियम 2024 पर तीसरी वर्चुअल मीटिंग का आयोजन

Key Voices Unite for Infant Protection Act (IPA) Meet 03

पालोना अभियान, जो आश्रयणी फाउंडेशन द्वारा समर्थित है, ने नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए Infant Protection Act (IPA) 2024 के मसौदे पर चर्चा के लिए तीसरी वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया। इस मीटिंग में देशभर के विशेषज्ञों ने भाग लिया और अधिनियम के विभिन्न पहलुओं पर महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए।

शुक्रवार रात 9 बजे आयोजित इस तीसरी बैठक में दिल्ली से एडवोकेट नवीन शेलेर, कर्नाटक, बंगलुरु से श्रीमती ज्योति पांडे. विदिशा मध्य प्रदेश से श्री दीप सिंह, झारखंड से श्री त्रिभुवन शर्मा और श्रीमती मोनिका आर्य सम्मिलित हुए।

3rd Virtual Meeting Held to Discuss the Infant Protection Act (IPA) 2024
Virtual Meeting Held to Discuss the Infant Protection Act (IPA) 2024

मीटिंग के मुख्य बिंदु

  1. कोर कमेटी और स्पेशलिस्ट पैनल या एडवाइजरी कमेटी का गठन: IPA के लिए एक राष्ट्रीय कोर कमेटी बनाने का प्रस्ताव रखा गया, जिसमें इस कार्य के प्रति समर्पित व्यक्तियों को शामिल किया जाए। साथ ही एक स्पेशलिस्ट पैनल या एडवाइजरी कमेटी भी बनाई जाए।
  2. नाम में बदलाव का प्रस्ताव: IPA का नाम बदलकर नवजात सुरक्षा एवं न्याय अधिनियम करने की सिफारिश की गई, जिससे कानून के उद्देश्य और व्यापकता को बेहतर ढंग से प्रस्तुत किया जा सके।
  3. राज्य स्तर पर प्रतिनिधित्व: यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर राज्य से इस अधिनियम के तहत प्रतिनिधित्व हो, ताकि पूरे देश में नवजात शिशुओं की सुरक्षा और जागरूकता के प्रति प्रभावी कदम उठाए जा सकें।
  4. डिजिटल मैगजीन की शुरुआत: नवजात सुरक्षा और IPA से जुड़ी जानकारी को अद्यतन रखने के लिए एक डिजिटल मैगजीन लॉन्च की जाए।
  5. विशेषज्ञों की भागीदारी: मेडिकल, लीगल, पुलिस और समाजशास्त्र से जुड़े विशेषज्ञों को इस अभियान और ड्राफ्टिंग टीम में शामिल किया जाए।
  6. सोशल मीडिया का अधिकतम उपयोग: इस अभियान के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स का सक्रिय रूप से उपयोग करने का निर्णय लिया गया।
  7. प्री ड्रॉफ्ट: फाइनल ड्रॉफ्ट से पहले एक रफ ड्रॉफ्ट तैयार करें। उस पर अन्य विशेषज्ञों से सलाह लें और फिर उसे फाइनल रूप दिया जाए।

जनता से सुझाव और विशषज्ञों की भागीदारी का आह्वान:

मीटिंग के बाद पालोना के सभी सोशल मीडिया हैंडल्स पर एक Google Form साझा किया गया, जिसके माध्यम से जनता से नवजात सुरक्षा अधिनियम पर सुझाव आमंत्रित किए जा रहे हैं। साथ ही, अगर किसी क्षेत्र के विशेषज्ञ इस ड्राफ्टिंग टीम में शामिल होना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है।

राष्ट्रीय अधिवेशन:

मीटिंग के दौरान यह भी तय किया गया कि पालोना अभियान के दस वर्ष पूरे होने के अवसर पर 2025 की शुरुआत में रांची में एक राष्ट्रीय स्तर का अधिवेशन आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन पालोना के संवेदना आभार समारोह सीजन 02 के साथ किया जाएगा। इसके अलावा, निर्णय लिया गया कि कार्य को गति देने के लिए हर 15 दिनों में नियमित मीटिंग्स आयोजित की जाएंगी।

Moving Forward: Key Voices Unite for Infant Protection Act (IPA) Meet 02

अधिक जानकारी और अपडेट्स के लिए:
हमारी वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जुड़ें और नवजात सुरक्षा के इस महत्वपूर्ण अभियान का हिस्सा बनें।


संपर्क जानकारी:
ईमेल: infantprotectionact2024@gmail.com
फोन: 9798454321

PaaLoNaa Advances the Infant Protection Act (IPA) Initiative

Moving Forward: Key Voices Unite for the IPA

On August 23, 2024, PaaLoNaa hosted a crucial virtual meeting to advance the Infant Protection Act (IPA). This important session brought together experts and activists from across India to address critical issues such as infanticide, abandonment, and infant protection.

Key Highlights:

  • Tribhuvan Sharma (Ex-CWC Member, Gumla) emphasized sharing meeting insights with child rights groups and on social media.
  • Jyoti Pandey (Bangalore) suggested documenting each meeting and creating a Google form to collect data from interested individuals.
  • Deep Singh (Vidisha, Madhya Pradesh) encouraged starting the initiative and inviting more participants.
  • Monika Arya (Founder, PaaLoNaa) highlighted the need for accurate reporting and comprehensive data collection.

The meeting highlighted the effectiveness of collective action across states in creating a significant national impact. We encourage all stakeholders to join us in realizing the Infant protection act and ensuring a safer future for our infants.

Get Involved

For more information or to participate in this important initiative, please visit our website at paalonaa.in or contact us directly.

Let’s work together towards a safer, brighter future for every child.

पालोना की नई पहलः साझा संकल्प, साझी सुरक्षा

शिशु हत्या और असुरक्षित परित्याग पर ग्राम पंचायतों को जागरुक करने के उद्देश्य से साझा संकल्प-साझी सुरक्षा प्रोजेक्ट की पहली कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका आयोजन मंगलवार, 05 मार्च 2024 को झारखँड के रांची जिले में स्थित नामकुम ब्लॉक के लाल खटंगा ग्राम पंचायत भवन में किया गया। 

पालोना और ऊर्जा एरोहैड ने मिलकर इस कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में नामकुम ब्लॉक की करीब 15 पंचायतों के मुखियाओं ने भाग लिया। 

कार्यशाला को बतौर वक्ता पालोना की संस्थापक मोनिका आर्य और ऊर्जा एरोहेड की निदेशिका ऋचा चौधरी के अलावा, सीडब्लूसी रांंची अरुणा सिन्हा, सीडब्लूसी रामगढ़ एडवोकेट आरती वर्मा और आशीष कुजारा मेमोरियल ट्रस्ट की सचिव संगीता कुजारा टाक ने संबोधित किया। वहीं, लाल खटंगा पंचायत की मुखिया पुष्पा तिर्की, लाली पंचायत की जीरेन टोपनो, आरा की नीता कच्छप, डुंगरी से जीतू कच्छप, टाटी ईस्ट से कृष्णा पाहन, माहिलोंग से संदीप तिर्की, मास्टर ट्रेनर प्रमोद ठाकुर आदि ने आयोजन में भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन ऊर्जा एरोहेड की निदेशिका ऋचा चौधरी ने किया।

इस कार्यक्रम के आयोजन में लाल खटंगा पंचायत के पूर्व मुखिया श्री रीतेश कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा। साथ ही प्रोजेश दास, राखी, संजय मिश्रा ने भी इसे सफल बनाने में उपयोगी भूमिका निभाई।

Jharkhand Police Training Session Organized (19th)

ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPR&D) के तहत Ranchi में आयोजित किया गया प्रशिक्षण कार्यक्रम

ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट दिल्ली ने झारखण्ड पुलिस के प्रशिक्षण के लिए पांच दिवसीय कार्यक्रम रांची में आयोजित कियाI इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उदेश्य महिलाओं की सुरक्षा हैI

पालोना ने शिशुहत्या पर प्रशिक्षण प्रदान किया

प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन 13 अक्टूबर 2023 को शिशु हत्या और असुरक्षित परित्याग पर रौशनी डालीI पालोना की संस्थापक श्रीमती मोनिका गुंजन आर्य भी इस कार्यकम में सम्मिलित हुई और पुलिस विभाग को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कीI

श्रीमती आर्य ने भारत में शिशुहत्या और परित्यक्त नवजात शिशुओं के संबंध में अपने केस अध्ययन, सलाह और अनुभवों को पुलिस ऑफिसर्स के साथ साझा किया।

सत्र में झारखंड राज्य के कई जिलों के निरीक्षकों और उप-निरीक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में ट्रेनिंग प्रोग्राम के इंचार्ज इंस्पेक्टर असित कुमार मोदी   ने श्रीमती आर्य को स्मृति चिन्ह दे कर स्वागत कियाI

प्रक्षिक्षण कार्यकम का नेतृत्व एस पी धनंजय ने किया

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन इंस्पेक्टर्स ट्रेनिंग स्कूल, होटवार, रांची में एसपी धनंजय कुमार सिंह के नेतृत्व में हुआI कार्यक्रम की सफलता का श्रेय मुख्य रूप से डीएसपी अमिता लकड़ा, इंस्पेक्टर असित कुआं मोदी, इंस्पेक्टर दयानन्द आजाद और सब इंस्पेक्टर पवन को जाता हैI

प्रशिक्षण में साहिबगंज, सिमडेगा, रांची, पाकुड़, पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह, कोडरमा, पलामू, बोकारो, जमशेदपुर, दुमका, गोड्डा, खूंटी, चतरा, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गुमला, जामताड़ा, रामगढ़, धनबाद, हज़ारीबाग़, लोहरदगा, लातेहार जिलों से पुलिस अधिकारी सम्मिलित हुएI

 दीपमाला कुमारी, रूपा पॉल, रोज़लिना हंसदा, प्रेमचंद भगत, धनञ्जय कुमार सिंह, विमलेश कुमार, पंचम तिग्गा, सुरेंद्र उरांव, गर्दी बन्ना, जेगो उरांव,  दिलीप पॉल, कपिल राम, विवेक  प्रशांत, कन्हैया कुमार यादव, रुक्मिणी कुमारी, रंजन कुमार सिंह, तरुण कुमार, सुमिता सिंह, सुहागिनी सोरेन, मान बहादुर, नूतन जेसिंता, कुमारी सोलोमीना एक्का, किरण, गरंड मुर्मू, मनीषा कुमारी, शोभा टप्पा इत्यादि इस कार्यकम में शामिल हुएI

प्रशिक्षण का मुख्य उदेश्य बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा

ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट दिल्ली के तत्वावधान में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किया जाता है। महिलाओं की सुरक्षा ही इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य हैI इसी को केंद्र में रखते हुए पुलिस अधिकारियों को नियमित अंतराल पर विशेषज्ञों द्वारा शिशु हत्या, भ्रूण हत्या, फॉरेंसिक कानून, बलात्कार, बाल यौन शोषण, मौजूदा कानून में नवीन बदलाव, बयान कलमबद्ध, सबूत इकट्ठे करना, डीएनए प्रोफाइलिंग, महिलाओं के विरुद्ध साइबर अपराध, पोर्नोग्राफी, अपहरण, दहेज़ आदि के विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाता हैI