झारखंड के चतरा जिले में एक नवजात बच्ची का शव मिला है। पुटुस की झा़ड़ियों में मिली बच्ची के तन पर कपड़े का एक टुकड़ा भी नहीं था। उसकी गर्भनाल भी साथ लगी थी। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही आईपीसी 318 में केस दर्ज कर लिया है।
पालोना के झारखंड ग्रुप में चतरा के वरिष्ठ पत्रकार (नाम नहीं बताना चाहते) ने इस घटना की सूचना शेयर की। उन्होंने न्यूजस्केल लाइव का एक लिंक वहां शेयर किया। इसके मुताबिक, चतरा के असढीया गांव के मांडर टांड के समीप झाड़ी से एक नवजात बच्ची का शव पुलिस ने मंगलवार को बरामद किया। पुलिस ने सीडब्लूसी चतरा के अध्यक्ष श्री धनंजय तिवारी को इसकी सूचना दी।
इसके बाद सीडब्लूसी अध्यक्ष श्री तिवारी, सब इंस्पेक्टर श्री मनोज पाल और पुलिस को सूचना देने वाले श्री सिकंदर ठाकुर से भी पालोना ने बात की।
बच्ची के शव को देखने से ऐसा लगता है, मानो ये INDIRECT PARENTAL INFANTICIDE का मामला हो। बच्ची के शरीर पर कोई कपड़ा नहीं होना, खून व गर्भनाल लगा होना इसकी गवाही देते हैं। मालूम होता है कि जन्म लेने के तत्काल बाद उसे लाकर यहां डाला गया है। इसके अलावा, कुछ दूरी से उसे उछाला गया प्रतीत होता है। जैसे कोई हड़बड़ी में आकर वहां बच्ची को डाल गया हो। उसका मुंह नीचे की ओर है।
हम धन्यवाद करते हैं सिकंदर ठाकुर और सब इंस्पेक्टर मनोज पाल का भी, जिन्होंने सही समय पर सही फैसले लिए। साथ ही सीडब्लूसी अध्यक्ष धनंजय तिवारी जी का भी, जिन्होंने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।
श्री तिवारी पिछले कई सालों से पालोना के व्हॉट्सग्रुप से जुड़े हुए हैं। जब भी कोई नवजात शिशु कहीं मिलता है तो वह उस के लिए पहल करते हैं। इन घटनाओं में पहली बार 2019 में झारखंड के चतरा में ही उपयुक्त सेक्शन में एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके लिए श्री तिवारी ने विशेष प्रयास किए थे। वह मीडिया से भी जुड़े रहे हैं।
शिशु हत्या को रोकने के लिए किए जा रहे उनके प्रयासों के लिए साल 2022 में उन्हें पालोना के संवेदना आभार समारोह में स्पंदन अवॉर्ड से अलंकृत भी किया गया था।
ये भी पढ़ें- चतरा: तालाब में मिला नवजात शिशु का शव – Paalonaa
देखें- Jaunpur: झाड़ियों में नवजात | Jhadiyon me navjat mili|
Madhya Pradesh: खतरे में छोड़ गए थे दुधमुहों को, फिर लौटे उन्हें लेने को।